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प्रधानमंत्री मनमोहन गेंद फेंकने को तैयार। सामने अन्ना। मैदान का मुआयना करते। तीन स्लीप एक गली एक वाइडिस मिडऑन। इधर, मनमोहन की गेंद और अन्ना ने उसे धीरे से खेला, गेंद सीमा रेखा की ओर दौड़कर आए सलमान खुर्शीद। बढिय़ा प्रयास, गेंद को पकड़कर सीधा बोलिंग एंड की ओर, जहां पीछे से दौड़कर पहुंचे संजय निरूपम गेंद वापस मनमोहन के पास। मनमोहन तेज व सुस्त गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं, इस बीच ओवर की दूसरी गेंद लेकर सांसद छोर से, अन्ना को। तीन स्लिप, चिंदबरम पहली स्लिप पर लुंगी संभाले, दूसरे पर प्रणव मुखर्जी गमछा से मुंह, आंख, कान को पोछते, तीसरे पर कपिल सिब्बल… मनमोहन की गेंद आफ स्टंप पर पीछे जाकर सम्मान देते खेला कोई रन नहीं। ओवर की अंतिम गेंद लेकर मनमोहन, बहुत ही आक्रामक क्षेत्ररक्षण
और ये गेंद चकमा खा गए अन्ना, आफ स्टंप पर की गेंद को बैकफुट पर जाकर मारना चाहते थे अन्ना, गेंद सीधा बल्ले व विकेट के बीच से होती, छकाती सीधा विकेटकीपर सोनिया के गलब्स में। कप्तान व विकेटकीपर सोनिया काफी चतुर, तेज दिमाग, चौकन्नी, गेंद को कलेक्ट करती पहले स्लिप पर खड़े चिंदबरम की ओर उछालती, चश्मा व गलब्स को ठीक करती, मनमोहन को इशारे से कुछ समझाती, पूरी परिपक्व कप्तानी का नमूना पेश करती। इस बीच अंपायर आडवाणी का इशारा। ड्रींक मैदान में। अरे, ये क्या अन्ना ने ड्रींक लेने से इनकार कर दिया है। सोनिया बोतल लेकर अन्ना के पीछे, अन्ना मानने को तैयार नहीं, खेल रूका हुआ। पूरा स्टेडियम खचाखच भरा जश्न में डूबा, चारों ओर शोर-शराबा। हर तरफ लहराता तिरंगा, वंदे मातरम्, जय हिंद का नारा लगाते लाखों दर्शक मैच का लुत्फ उठाते। अन्ना मानने को तैयार नहीं। ड्रींक लेने से अन्ना का इनकार। चारों ओर स्टेडियम में गांधी टोपी उछालते दर्शक। आइए, तब तक हम दिखाते हैं मैच शुरू होने से पहले अन्ना ने प्रेस कांफ्रेंस में क्या कहा था- देशवासियों, मनमोहन के खिलाफ दूसरी पारी शुरू हो चुकी है। आठ दिनी इस टेस्ट मैच में अगर मुझे आउट भी कर दिया गया तब भी कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे आउट हो जाने से मनमोहन के खिलाफ मैच खत्म नहीं हो जाएगा। बिल्कुल नहीं, ऐसा होने भी मत देना। मेरे पास बहुत से हरफनमौला खिलाड़ी हैं जो मैच जिताऊ इनिंग खेलने के इच्छुक हैं और नेतृत्व देने की क्षमता भी उनमें है। किरण बेदी हैं, भले उनपर अमेरिकी कंपनी लेहमन से ढ़ाई करोड़ वसूलने का आरोप मनमोहन की टीम लगा रही हो लेकिन वो बहुत ही खब्बू बल्लेबाज हैं। पिछले मैचों में उनका रिकार्ड शानदार रहा है। इंदिरा की टीम में बतौर ओपनर उसने काफी यादगार इनिंग खेली है। अब सोनिया की इस तिकड़ी को आउट कर विश्व नंबर एक की रैंकिग जो भारत गंवा चुका है उसपर टीम अन्ना को पहुंचाएगी। इधर, मैच एक बार फिर से शुरू हो चुका है। कपिल (सिब्बल)के हाथ में गेंद, सामने बाबा रामदेव बल्ले पर लगे वैसलिन को साफ करते। हमारे स्टैटिसियन बता रहे हैं, रामदेव का रिकार्ड पिछले मैचों में काफी निराशाजनक रहा है। उनके साथी ओपनर बालकृष्ण पहले दोनों मैचों में पहली ही गेंद पर आउट हो चुके हैं। उनपर मैच फीक्सिंग का आरोप भी लगा है। पुलिस उनसे घंटों पूछताछ भी कर चुकी है। इसी से नाराज, रामदेव उनकी जन्मदिन की पार्टी में भी नहीं गए यहां तक उन्हें आश्रम जिसमें वो सुबह शाम खेलने का अभ्यास किया करते थे वहां जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इस बार अन्ना की टीम में उनकी जगह अरविंद केजरीवाल को मौका मिला है। आप स्क्रीन पर देख रहे हैं, पैवेलियन में नीतीश, मुलायम व शरद यादव मैच का आनंद उठाते हुए। खिली धूप, मौसम भी सुहाना, हल्की हवा बल्लेबाजी के लिए माकूल। इस बीच हमारे कामेंट्री बाक्स में लालू जी। आइये लालू जी बाक्स में आपका स्वागत है। हमारा क्या स्वागत कीजिएगा कामेटेटर बाबू जब अपने बिहार में कोई स्वागत नहीं करता तो आप क्या करेंगे, वैसे ई जो मैचवा है ना, बिल्कुल फ्लाप शो। ई अन्ना बुढाड़ी में मैच खेलने उतरे हैं। अरे पहले हमरे जइसन गाय-भैंस पालें, दूध पीए, देखते नहीं है वीरेंद्र सहवाग व धोनी को दस लीटर दूध डेली पीता है तब ना होता है, प्रैक्टिस-वैक्टिस किए नहीं चले आए सबको न्योता देकर, अब भला ई अन्ना के बल्ले से यदि रन निकलने लगे तो समझिए पूरा देशवे का स्टेडियम (सांसद)ठप हो जाएगा, ताला लग जाएगा। एको गो कोई बचेगा गुल्लियों-डंडा खेलने वाला। हमारे साथ जुड़ गए हैं प्रशांत भूषण। हां तो भूषण जी, देखिए अब तक यह मैच लोकपाल व भ्रष्टाचार के लिए धन संग्रह करने के लिए हो रही थी लेकिन पिछले दिनों के घटनाक्रम के बाद यह जाहिर हो गया कि अब टीम अन्ना मैच जिताऊ इनिंग मनमोहन व सोनिया को हटाने व परिवर्तन के लिए खेलेगी। इस बीच मैच देख रहे दर्शक काफी उतावले। मैच को ड्रा होता देख काफी निराश। अन्ना के आउट होते ही पूरे स्टेडियम में विरोध के स्वर। ये देखिए, विपक्ष की कोच सुषमा स्वराज अन्ना को आउट करने पर रेफरल के लिए अंपायर आडवाणी से अपील करती नजर आ रही हैं। इधर अन्ना असमंजस में हैं। वैसे उन्हें पूरा विश्वास कि गेंद उनके बल्ले को नहीं छुआ था बल्कि जूते के फीतों से लगा था। अन्ना ने खुद के बजाए अंपायर आडवाणी व नान स्ट्राइकर पर खड़े अपने साथी रामदेव पर विश्वास किया। इन दोनों का मानना था कि अन्ना आउट हैं। पूरे देश में अन्ना के आउट होने पर हंगामा हो रहा है। संसद से लेकर सड़क तक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। विपक्षी टीमों ने संसद ठप करा दी है। जनदबाव इतना बढ़ गया है कि अंतत: चायकाल के बाद अन्ना को फिर से बल्लेबाजी करने को बुलाया जा रहा है। मैच शुरू हो चुका है। अभी तीस ओवर की गेंद फेंकी जानी बाकी। पूरे स्टेडियम में गांधी टोपी के दिन बहुर गए हैं। गांधी टोपी को राष्ट्रीय भावना का फिर प्रतीक बना दिया गया है। मैच का रोमांच देखने दर्शकों की भीड़ इस कदर उतावली हो गयी है कि तिहाड़ जेल में बंद कैदियों को भोजन मिलना भी मुश्किल हो रहा है। सभी अनशन पर बैठ गए हैं। कहते हैं, जब तक खाना नहीं मिलेगा अनशन पर रहेंगे। इस बीच अन्ना फिर बल्लेबाजी को तैयार, सोनिया प्रणव को कुछ समझाती, प्रणव बालिंग मार्ग पर, गेंद को गमछा से चमकाते…तब तक एक छोटा सा ब्रेक, हमारे कामेंट्री बाक्स में पहुंच चुकी हैं वृंदा करात, साथ में मुलायम व शरद, हम पूछेंगे नीतीश से भी क्या होगा इस मैच का परिणाम। क्या अन्ना की टीम जितेगी मैच… दर्शकों से भी करेंगे मैच, तीसरे अंपायर मीरा कुमार से भी कराएंगे आपकी मुलाकात मगर एक बे्रक के बाद।
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