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शादी डॉट कॉम का रॉकस्टार

sach mano to
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शादी डॉट कॉम, भारत मैट्रिमोनी डॉट कॉम, जीवन साथी डॉट कॉम, सेकेंड शादी डॉट कॉम और लेटेस्ट डॉट कॉम सिर्फ आपके लिए करीना-सैफ सेकेंड शादी डॉट कॉम। यानी पूरी मस्ती की गारंटी, कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं। एक बार जरूर पधारे इस नए डॉट कॉम पर। लिव इन रिलेशनशिप से महज दो गज आगे, पर्दा भी और सब कुछ खुला-खुला, बेपर्द भी। मर्यादा की मान्यता भी तो साथ में अंगुली उठाने की जवाबदेही रखने वाले भी। सब कुछ जायज। सामाजिक समीकरण, प्रचलन का नया ताना-बाना, ट्रेंड जिस तरफ आज की बालाएं उन्मुक्ता, शोख व निजी जिंदगी का लुत्फ, एक नए रिश्ते का अहसास कर रही हैं। एक नयी सोच, प्रोफेशनल नाता, किरदार को और प्रगाढ़, करीब लाने की चाहत। उस देह का अनावरण, विमर्श, खुला स्पर्श जो वास्तव में कुछ-कुछ होने का अहसास जगा दे। आखिर इस डॉट कॉम की नायिका करीना को क्या सूझी। नायक में कुछ खास नयापन क्या दिखा, नायक में कुछ स्पेशल भी है क्या, क्या करीना अपने हर अंग के रस के सामीप्य के लिए बुजुर्गियत तलाश रही हैं या फिर उस परंपरा को अग्रसारित, प्रमोट, बाजीगरी की हिमायती हैं जिसमें अपने से अधेड़ से शादी की रस्म है। या फिर उस सुख की क्षणिक परिभाषा जिसमें करीना बहना, खुद को बहकाना चाहती है। उस तीव्र आवेग में जीने की तमन्ना लिए जिसमें वो स्वयं को एक अलग श्रेणी में पाती हैं। फिलहाल, 11 साल बड़े अभिषेक के साथ कपूर खानदान की बेबो ने बड़े परदे पर कदम क्या रखा, आहिस्ता-आहिस्ता चमेली, बॉडीगार्ड व रा.वन के बाद उनकी तस्वीर ही बदल गयी। कहीं लैपटॉप की रंगीन मादकता, कहीं सैम्पू की खुशबू तो कहीं सैफ के साथ बाजारवाद का प्रचार। तमाम अदाकारी, लयकारी के बीच एक प्रश्न, आखिर सैफ में है क्या जो करीना मोहब्बत में है। सामाजिक, सांस्कृतिक रीति, रिवाज के टूटते, गांठ पड़ते संबंधों से दूर। कारण, लिव इन रिलेशनशिप के सैफ आदी हैं। चाहे वह दस वर्ष बड़ी अमृता सिंह से शादी का मामला हो, तलाक व संबंधों में दरार का हिस्सा हो या रोजा कैटोलिनो के साथ डेटिंग पर जाना हो। बाद में टशन के दौरान मिल गयी बेबो और सब कुछ नए सिरे से बदल, संवर गया। दोनों के बीच शायद उस मुकाम उस मोहब्बत की हद पार हो गयी जहां से एक मर्यादा का जन्म होता है, जिसका नाम लिव इन रिलेशनशिप से दो गज दूर शादी है। वह पवित्र रिश्ता जिसके जन्मते ही अंगुली उठाने वाले मुठ्ठी बंद कर लेते हैं। सैफ-करीना भी नैतिकता, एक अटूट विश्वास की मुहर लगाते मोहब्बत के उस बंद कमरे में खड़े हो गए जहां लबों की दूरियां कम हो जाती है और जिस्म पिघलने लगते हैं। सवाल-दर-सवाल, आखिर सैफ में है क्या। पटौदी परिवार के मुकाबले कपूर खानदान अब भी ज्यादा पारंपरिक है। फिर यह निर्णय, संबंध उन लड़कों के लिए एक सबक है जो कुंवारे हैं। क्या कुंवारे लड़के अब महिलाओं को रिझाने की गर्माहट, जोशी नहीं रखते। छोटे परदे पर भी लिव इन की दस्तक, पवित्र रिश्ता की नायिका व नायक अपवित्र होते जा रहे हैं। कल्पना लाजिमी व भूपेन हजारिका के रिश्ते के मायने हमेशा अलग रहे। यानी, एक धारा जो दिशा की तलाश में है। वह तय मापदंड में जिसमें साथ रहने व छोड़कर चले जाने की भरपूर आजादी। उस महिला अविवाहित नक्सली बंदी रूपा उर्फ नीलू के समान जो मंडलकारा से अस्पताल में भर्ती करायी जाती है। वह अविवाहित है पर मां बन रही है और एक स्वस्थ पुत्र को जन्म देकर इस बात से खुश है कि ‘मेरे पति है ही नहींÓ सवाल वही है। आखिर, सैफ की चाकरी में क्या रखा है। भला, करीना को लड़कों की कमी खले ये ना मुमकिन लेकिन करीना है कि मानती नहीं। वह शादी पूर्व रिहर्सल कर रही है वह भी शादी के तौर-तरीके, रस्म, व्यवहार के मर्मज्ञ, जानकार के साथ। जिसके लिए विवाह महज शरीर के नसों की फकफकाहट को आवेग में उतारने की महज अदायगी है। वहां उस परिवेश, माहौल में करीना भी करिश्मा के रास्ते देह को मंदिर समझने की कहीं भूल तो नहीं कर रही। कारण, उसी देह गंध से आज के स्वामी भी विचलित हैं। रामदेव अफेयर के स्वामी रहे ही हैं। योग के बहाने सुंदर काया से पुष्पित होना उन्हें बखूबी भाता है। फिलहाल उसी माया से लबरेज जमीन, मकान, खेत कब्जा करने में जुटे हैं। मौका मिलते ही स्वामी अग्निवेश उस बिग बॉस के घर में प्रवेश कर गए जहां बालाओं की मादकता, कौमार्य, दैहिक सुख, विलास के सारे कारक फरोशी कर रहे। ऐसे में बहकना क्या, शर्माना क्या। वहां तो आवेग हर पल उत्तेजना को रिसा रहे हैं। हर तरफ मंद-मंद मुस्कान है, तिरछी नजरों का साया है। कम कपड़े हैं, गोरी नारियां हैं। ऐसे में वहां से कोई बाहर निकलना चाहेगा भला। अन्ना को भी बहाना मिल गया। वो भी बिग बॉस में सलमान के साथ कैटरीना के बारे में सोचेंगे। खास अंदाज में नारी उत्थान, उद्धार के लिए अपना दिमागी धुंआ छोड़ेंगे। एक वाला से उनका भी जी नहीं भरा। अपने ही सगे केजरीवाल शाहरुख की डर फिल्म की तरह कि…कि…कि… किरण के पीछे पड़े हैं। बयान में तल्खी है। मौन व्रत और मंदिर में आराम करने के बाद भी अन्ना की थकान दूर नहीं हो रही। अब बिग बॉस के घर में मसाज, मालिश करवाएंगे, आराम फरमाएंगे तभी निकलेगा गद्दाफी का खजाना। जिससे अन्ना की टीम के सदस्यों के बकाया बिलों का भुगतान निरंतर होगा और देश में भ्रमण भी, जश्न भी मनेगा। तैयारी यही है, लोकपाल को द्वारपाल बनाकर दिग्विजय के घर व दफ्तार में काम पर लगाया जाए ताकि उन्हें घर में सब्जी, दूध की चिंता न रहे और फिर घर दुरूस्त तो लिव इन रिलेशनशिप की जरूरत ही नहीं। पत्रकार शिवानी की जब 1999 में हत्या हुई तो उसमें हरियाणा के आइपीएस आरके शर्मा का नाम आया। शर्मा की पत्नी ने मामले में तत्कालीन सूचना प्रसारण मंत्री प्रमोद महाजन का नाम लिया यानी रॉकस्टार बिना रिलेशन के, बात तो वही हो गयी, मियां-बीबी राजी तो चारों ओर ऊं शांति-शांति-शांति।

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